पिछले पांच वर्षों में प्रतिकूल जलवायु की घटनाओं के कारण भारत में 80 प्रतिशत किसानों को फसलों का नुकसान हुआ है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कई राज्यों में कई तरह की फसलों की बुआई में देरी आई है।
फोरम ऑफ एंटरप्राइजेज फॉर इक्विटेबल डेवलपमेंट (एफईईडी) की ओर से मंगलवार को जारी रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई। 21 राज्यों में 6,615 किसानों पर आधारित इस सर्वेक्षण में डेवलपमेंट इंटेलिजेंस यूनिट (डीआईयू) ने भी सहयोग दिया।रिपोर्ट में तापमान परिवर्तनशीलता के प्रभाव को शामिल नहीं किया गया है। निष्कर्षों से पता चलता है कि फसलों में नुकसान के 41 प्रतिशत मामलों का कारण सूखा, 32 प्रतिशत का अनियमित वर्षा और 24 प्रतिशत का मानसून का जल्दी वापस जाना या देर से आना रहा।