नयी दिल्ली, 25 जून पिछले पांच वर्षों में प्रतिकूल जलवायु घटनाओं के कारण भारत में 80 प्रतिशत सीमांत किसानों को फसल का नुकसान उठाना पड़ा है। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
डेवलपमेंट इंटेलिजेंस यूनिट (डीआईयू) के सहयोग से फोरम ऑफ एंटरप्राइजेज फॉर इक्विटेबल डेवलपमेंट (एफईईडी) द्वारा किए गए सर्वेक्षण में 21 राज्यों के 6,615 किसान शामिल थे।
सर्वेक्षण के निष्कर्षों से पता चलता है कि फसल के नुकसान के प्राथमिक कारण सूखा (41 प्रतिशत), अत्यधिक या गैर-मौसमी बारिश सहित अनियमित वर्षा (32 प्रतिशत) और मानसून का समय से पहले वापस लौटना या देर से आना (24 प्रतिशत) है।